
Agyaat Vaahan Se Durghatana Ke Maamale Mein Kya Karen | अज्ञात वाहन से दुर्घटना के मामले में क्या करें –
भगवान नही करे किसी के साथ ऐसा हो लेकिन कभी ऐसी स्थिति आ जाये तो आपको कुछ जानकारी देने की कोशिश कर रहा हूँ जिससे आपको स्थिति को समझने और आगे क्या करे उसके बारे मे बताया गया है Agyaat Vaahan Se Durghatana Ke Maamale Mein Kya Karen दोस्तों कही बार ऐसा देखा जाता है की कही पर सड़क दुर्घटना होती है जिसमे सड़क पर चल रहे व्यक्ति या गाड़ी चला रहे व्यक्ति की दुर्घटना की मोंत हो जाती है और दुर्घटना करने वाले वाहन या व्यक्ति का पता नही चलता है की किसने यह दुर्घटना करी है तो इस संबध मे आपको कुछ जानकारी देने वाला हूँ की कभी ऐसा हो तो किन किन बातो को ध्यान में रखना चाहिए जिससे आपको मुआवजा लेने मे किसी प्रकार की समस्या का सामना नही करे
मोटर दुर्घटना दावा न्यायाधिकरण के समक्ष मोटर दुर्घटना मामले में एमएसीटी दावा कैसे दर्ज करें और उठाए जाने वाले कदम
1 अफआईआर प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज करें (Lodge an First Information Report)
Agyaat Vaahan Se Durghatana Ke Maamale सबसे पहले आपको नजदीकी पुलिस स्टेशन मे प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज करें जिस इलाके में दुर्घटना हुई थी एफआईआर में सम्पूर्ण उल्लेख करें की दुर्घटना कैसे हुई किसकी लापरवाही से हुई वाहन का चालक लापरवाही या अन्य किसी वाहन चालक की लापरवाही से हुई थी वाहन की संख्या और दुर्घटना के स्थान का उल्लेख करें ! या अन्य जो भी जानकारी है उसका उल्लेख करवाये
-
मोटर दुर्घटना दावा न्यायाधिकरण के लिए आवेदन का मसौदा कैसे तैयार करें (How to draft Application for Motor Accident Claim Tribunal)
- ट्रिब्यूनल का नाम
- मृतक के कानूनी उत्तराधिकारियों का नाम – आवेदक पत्नी, बेटा, बेटी, माँ, पिता
- विपक्षी दलों का नाम (Name of the Opposite parties)
(i) मृतक को टक्कर मारने वाले वाहन का चालक
(ii) वाहन का मालिक
(iii) बीमा कंपनी का नाम जिस के द्वारा वाहन का बीमा किया गया है
- केस नंबर और केस का शीर्षक (Case No. of the suit and Title of the suite)
- शीर्षक आवेदन :- मोटर वाहन अधिनियम की धारा166 के तहत मोटर दुर्घटना दावा आवेदन
- जब दुर्घटना हुई और मृत्यु हुई, जब एफ.आई.आर. दर्ज किया गया है
- मृतक की उम्र क्या थी
- उसकी नौकरी/व्यवसाय/आय क्या थी?
- आवेदक/परिवार रोगी की आय पर किस प्रकार निर्भर थे
- कमाई की भविष्य की संभावनाएं क्या थीं
- राहतें (Reliefs)
(i) आवेदकों को कुल आय की हानि से सम्मानित किया जाना चाहिए
(ii) आवेदक को भविष्य की संभावनाओं की राशि से सम्मानित किया जाना चाहिए
(iii) यदि मृत्यु से पहले, उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है, तो अस्पताल में भर्ती और उपचार के सभी खर्चे
(iv) प्यार और स्नेह राशि, अंतिम संस्कार राशि, भविष्य की संभावनाओं में वृद्धि के नुकसान को सम्मानित किया जाना चाहिए
(v) मृतक की उम्र को देखते हुए गुणक अधिकतम होना चाहिए
-
आवेदन के साथ दाखिल किए जाने वाले दस्तावेज (Documents to be filed along with the application)
(i) प्रथम सूचना रिपोर्ट
(ii) मृत्यु प्रमाण पत्र
(iii) पुलिस द्वारा दायर आरोप पत्र
(iv) आयकर रिटर्न
(v) वेतन पर्ची
(vi) दावेदारों के आयु प्रमाण दस्तावेज जैसे 10 वीं की मार्कशीट, उम्र के लिए स्कूल प्रमाण पत्र, आदि। जन्म तिथि प्रमाण पत्र, आदि।
-
मौखिक साक्ष्य(Oral Evidence) | Agyaat Vaahan Se Durghatana Ke Maamale :-
आवेदक/दावेदार को अपना मौखिक साक्ष्य देना चाहिए
आय के प्रश्न के मामले में, नियोक्ता को अपना साक्ष्य देना चाहिए
व्यापार के मामले में, आयकर रिटर्न प्रस्तुत किया जाना चाहिए
-
मोटर दुर्घटना न्यायाधिकरण के तहत क्लेम के लिए आवेदन दाखिल करने की सीमा की अवधि:-
मोटर दुर्घटना दावा अधिनियम 2019 में पेश किए गए संशोधन के बाद, मामला दायर करने की सीमा की अवधि छह महीने है।
-
दुर्घटना का दावा कहाँ दर्ज करें | Agyaat Vaahan Se Durghatana Ke Maamale :-
(i) एमएसीटी ट्रिब्यूनल जहां दुर्घटना हुई (The MACT Tribunal where the accident took)
(ii) उस क्षेत्राधिकार में जहां दावेदार रहता है(At the Jurisdiction where the claimant reside)
(iii) उस क्षेत्राधिकार में जहां प्रतिवादी रहता है(at the jurisdiction where the Respondent resides)
दुर्घटना के दावे के लिए ये जानकारी ध्यान मे रखे कभी ऐसी स्थिति होने पर आपको क्या क्या करना चाहिए की जिससे आपको दावा करने के किसी प्रकार का सामना नही करना पड़े और मृतक के परिवार को मुआवजा मिलने में किसी प्रकार की कागजातों के संबंधित समस्या का सामना नही करना पड़े
हमेशा यात्रा करते समय ट्रैफिक नियमो का पालन करे और एक कुशल चालक बने कभी भी प्रतिस्पर्धा मे गाड़ी नही चलाये धन्यवाद
Car Accident कार दुर्घटना होने के बाद किन बातोँ को ध्यान में रखे