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Digitalisation Driving Kya Hai | डिजिटल ड्राइविंग क्या है
जैसा कि आप लोग जानते हैं कि दुनिया काफी तेजी के साथ आधुनिकरण की तरफ जा रही है ऐसे में driving के क्षेत्र में भी आए दिन नए-नए टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जा रहा है ऐसे में ड्राइविंग के क्षेत्र में एक नया शब्द आजकल काफी चर्चा का विषय बना है उसका नाम digitalisation driving अब आपके मन मे सवाल आएगा कि आखिर में Digitalisation Driving Kya Hai और इसका इस्तेमाल आज की तारीख में दुनिया के अधिकांश देश क्यों कर रहे हैं और भारत में इसका भविष्य आने वाले समय में क्या होगा अगर ऐसे सभी सवालों के जवाब अगर आप जानना चाहते हैं तो मैं आपसे अनुरोध करूंगा कि आर्टिकल को आखिर तक पढ़े
Digitalisation Driving Kya Hai
इसका का मतलब होता है कि परिवहन क्षेत्र को स्वच्छ सुरक्षित करने के लिए जिस तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है उसे हम लोग digitalisation driving रहते हैं इसके प्रयोग से परिवहन के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव आएगा और आने वाले दिनों में आपको दिखाई पड़ेगा कि ट्रांसपोर्ट का क्षेत्र काफी उन्नत और विकसित हो तो हो जाएगा जिससे दुर्घटना जैसी समस्याओं को रोका जा सकता है आज की तारीख में इसका इस्तेमाल यूरोपीय देश विशेष तौर पर कर रहे हैं और भारत में आने वाले दिनों में आप इसका इस्तेमाल होते हुए देख पाएंगे I
Digitalisation driving mobility को कैसे प्रभावित करेगा
- इसके माध्यम से आने वाले दिनों में आपको रोबोट के द्वारा संचालित करने वाले टैक्सी कार इत्यादि सड़कों पर चलते हुए दिखाई पड़ेंगे
- इसके माध्यम से दुनिया के सभी परिवहन सेक्टर को एक दूसरे के साथ जोड़ा जाएगा ताकि ट्रांसपोर्ट सिस्टम को और भी ज्यादा शुभम और सहज बनाया जा सके
Digitalisation driving के फायदे क्या है
- इसके माध्यम रेलवे और जलमार्गों को सुरक्षित बना सकती है।
- गैस के उत्सर्जन को कम करना है ताकि वातावरण प्रदूषित होने से बचे
- सीएएम व्यापार के अवसर भी पैदा कर सकता है और प्रतिस्पर्धात्मकता बढ़ा सकता है, और
- आने वाले वर्षों में यात्रा को बदलने, बुजुर्गों या विकलांग लोगों के लिए परिवहन को अधिक सुलभ बना देगा।
- विभिन्न परिवहन साधनों के बीच पूरकता का लाभ उठाने से संसाधनों का अधिक कुशल उपयोग होगा और यात्रियों और ट्रांसपोर्टरों के लिए समय और लागत की बचत होगी।
- मोबिलिटी डेटा को पूल करना और एक्सचेंज करना विभिन्न ट्रांसपोर्ट मोड और इन्फ्रास्ट्रक्चर के बीच सिंक्रोनाइज़ेशन में सुधार कर सकता है। डेटा के बड़े पूल तक पहुंचने से एआई-संचालित अनुप्रयोगों के विकास को बढ़ावा देना है
- गतिशीलता डेटा को पहुंचाने के लिए उदाहरण के लिए, कार सेंसर डेटा स्थापित करना है
Digitalisation driving के क्षेत्र में चुनौतियां क्या है
क्षेत्र में अनेकों प्रकार की चुनौतियां हैं सबसे बड़ी बात है कि इस प्रकार के टोकन जी का इस्तेमाल करना हर एक देश के लिए संभव नहीं है क्योंकि इसमें आप आपको अधिक पैसे निवेश करने की आवश्यकता है! जैसा कि आप जानते हैं! कि आधुनिक युग के क्षेत्र में धोखाधड़ी जैसी समस्या है! बहुत तेजी के साथ घटित हो रही है! ऐसे में इस के डाटा को कोई भी व्यक्ति hack कर सकता है! और अगर ऐसा हुआ तो ना जाने कितने लाख लोगों की जान खतरे में पड़ सकती है! इसके अलावा अगर या टेक्नोलॉजी सभी देशों में संचालित हो गई! तो ना जाने कितने लाख लोगों की रोजगार चली जाएगी! इसके पीछे की वजह है! कि जब सभी काम ऑनलाइन ऑटोमेटिक तरीके से होना चालू हो जाएगा! तब लोगों की सकता ही नहीं होगी! इसलिए digitalisation driving अगर फायदेमंद है! तो नुकसानदायक भी है
Digitalisation driving भविष्य मे भारत में क्या है
भविष्य भारत में काफी उज्जवल और शानदार होगा इसका परिणाम आपको देखने में जरूर मिलेगा जैसा कि आप लोग जानते हैं कि भारत तेजी के साथ परिवहन के क्षेत्र में विकसित हो रहा है और भारत में भी आज की तारीख में हाथ में तेजी के साथ सड़क और रेल मार्ग बिछाया जा रहा है ऐसे में इस्तेमाल किया जाएगा ताकि कम समय में अधिक काम हो सके लेकिन भारत में कब तक इसका इस्तेमाल होगा इसे कह पाना काफी मुश्किल है! ऐसे में उम्मीद की जा रही है! कि वह जल्दी भारत भी इस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करेगा