
Tyre Kitne Prakar Ke Hote Hain | वाहन धारको को टायर्स के बारे में ‘ये बातें’ जानना बेहद जरुरी
गाड़ी मे सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा इंजन माना जाता है! उसके अलावा Tyre Kitne Prakar Ke Hote Hain गाड़ी मे टायरो का भी अहम् योगदान होता है ! जैसे गाड़ी का माइलेज कंट्रोल बैलेंस एवं हैंडलिंग Vehicle Tyre गाड़ी के टायरो पर टिकी होती है ! जिस प्रकार सभी अपनी गाड़ी की धुलाई सर्विसिंग समय समय पर करवाते है उसी प्रकार से Vehicle Tyre गाड़ी के टायरो का भी ध्यान रखना जरुरी हिस्सा है नीचे कुछ ऐसे जरुरी सवालो के बारे मे बताया गया है जिनका ज्ञान सभी गाड़ी मालिको को होना चाहिए
Vehicle Tyre टायरों के प्रकार
मुख्यतः दो प्रकार के होते है ट्यूब टायर, दूसरा ट्यूबलेस टायर
सामान्यतया यह देखा जाता है की छोटी गाडियों मे अधिकांश ट्यूब टायर लगे होते है यह ट्यूबलेस टायर की तुलना मे सस्ते होते है लेकिन फायदे को मध्य नजर रखकर देखते है तो ट्यूबलेस टायर के ज्यादा फायदे है जैसे सड़क पर कंट्रोल एवं रखरखाव आदि ट्यूबलेस टायर मे पंक्चर हो जाये तो अचानक हवा नही निकल कर धीरे धीरे निकलती है इसके साथ ही इमरजेंसी मे हम इस पंक्चर टायर पर गाड़ी आगे कुछ दूर चला भी सकते है
Vehicle Tyre टायरों को कब बदलना चाहिए
इस बात का बहुत से लोगो को पता नही होता की गाड़ी के टायरो को सामान्य रूप से 40 हजार किलोमीटर चलाने के बाद टायर बदल सकते है यदि आपको लगता है की टायर की स्थिति अच्छी है तो आप उसे 50 हजार किलोमीटर तक आराम से चला सकते है पुराने टायर पर गाड़ी चलाना ख़तरे मे गाड़ी चलाना होता है टेक्निकल बात करे तो टायर के खांचे की गहराई 1/6 मिमी हो जाये तो टायरो का बदलाव कर देना चाहिए चाहे आपकी कम चली हो या ज्यादा चली हो सभी वाहन धारको को 5 साल के बाद इन्हें चेक करवाते रहना चाहिए इसके साथ ही यदि टायरो को 10 साल पूर्ण हो जाते है तो उन्हें बदल देना चाहिए चाहे आपकी गाड़ी कम ही क्यों नही चली हो
कैसे करें टायर की देखभाल?
टायरो की देखभाल करने में उतना समय नही देना होता है लेकिन आप समय समय पर उनकी देखभाल करते है तो टायरो के लिए अच्छा रहता है महीने मे एक बार हवा के प्रेशर को चेक करवाए टायरो मे कभी भी हवा को कम एवं ज्यादा नही भरे गाड़ी के मानको पर दिए गये आधार पर हमेशा हवा भरे सभी मे हवा एक सामान रखे नही तो टायर जल्दी ही घिसना शुरू हो जायेंगे हमेशा ध्यान रखे की टायरो के ट्रैड मे फसे कील कंकड़ पत्थर को निकालते रहे एवं कभी भी टायर को केमिकल क्लीनर से साफ़ नही करे !
अपसाइजिंग टायर का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए
कई वाहन धारको द्वारा अपनी गाड़ी मे बिना साइज़ के टायर लगाये जाते है जैसे की चौड़े और मोटे टायर ! इन टायर को लगाने के बाद मे गाड़ी की दिखावट बहुत ही सुन्दर और स्पोर्टी हो जाती है साथ ही रोड से अच्छी पकड़ हो जाती है लेकिन इससे आपकी गाड़ी के माइलेज पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ेगा कार कंपनिया कभी भी ये सलाह नही देती की आप अपनी गाड़ी के टायरो के साथ किसी प्रकार का बदलाव नही करे
गाड़ी के टायरो का बदलाव करने से अनेक प्रकार की समस्या होने का खतरा बना रहता है! इसलिए कभी टायर बदलने की घडी आ भी जाये तो हमेशा ऑरिजनल साइज के टायर लेवे! यह आपकी गाड़ी के लिए परफेक्ट होते है! अगर आप गाड़ी के टायरो को बदल कर अपसाइजिंग टायर लगाने की सोच ही रहे हो तो! सबसे पहले एक्सपर्ट का परामर्श लेना बहुत जरूरी है! क्योंकि कई बार ऐसा करने से गाड़ी का पिकअप इससे डिस्टर्ब हो जाता है।
टायर खरीदते समय सावधानियां
टायर ख़रीदते समय हमेशा सावधानी रखे! क्योंकी हर महीने दो महीनो से टायरो के मूल्यों मे उतार चढ़ाव आता है! सम्पूर्ण भारत मे अनेक प्रकार की कंपनिया मौजूद है! तो हमेशा गाड़ी के टायरो के मूल्यों का सभी कंपनी से पता करके फिर ही ख़रीदे इसके साथ ही हमेशा टायर मान्यता प्राप्त डीलर से ही ख़रीदे! जो आपको पक्का बिल देते है! एवं वारंटी के बारे मे सम्पूर्ण जानकारी भी देते है! जिससे किसी प्रकार की समस्या आये तो उसका निवारण निश्चित स्थान पर हो जाता है! जब भी टायर ख़रीदे मैन्युफैक्चरिंग डेट को देखना ना भूलें। एक साल या उससे पुराने बने टायर को बिलकुल भी मत खरीदें।