
gadi ki insurance value kaise hoti hai | IDV आईडीवी क्या होती है
आईडीवी gadi ki insurance value kaise hoti hai इसके बारे में वैसे तो लगभग सबको पता होता है की ये क्या होती है लेकिन आज हम इसके बारे में विस्तार से बात करेंगे की इसका पूरा नाम क्या है यह क्या होती है किस प्रकार से इसकी गणना होती है और यह आईडीवी बीमा कंपनी द्वारा क्यों निर्धारित की गयी थी
पूरा नाम/ Full Form
आईडीवी का पूरा नाम हिंदी में : बीमाकृत घोषित मूल्य
IDV Full Name In English: – Insured Declared Value
आईडीवी IDV क्या होती है?
इसका आपके बीमा मे सबसे अहम् योगदान होता है क्यों की आपके बीमा की राशी भी इसी के आधार पर निकलती है सामान्य भाषा से इसको आपकी गाड़ी की वर्तमान वाहन कीमत(वाहन बाज़ार कीमत) कहा जाता है जब कभी आपकी गाड़ी चोरी हो जाती है या किसी दुर्घटना मे सम्पूर्ण नष्ट हो जाती है चाहे वह दुर्घटना आग से हो चाहे और किसी कारण से तो आपकी बीमा कंपनी इसी के आधार पर मुआवजा देती है और कभी परिस्थिति को देख कर कुछ प्रतिशत की कटौती कर आपको मुआवजा देती है !
आईडीवी IDV की गणना किस प्रकार होती है ?
इसकी गणना के लिए मुख्य तीन बातो को ध्यान में रखा जाता है जिससे वाहन की गाड़ी की वर्तमान कीमत का पता लगाया जाता है
- कितना पुराना है उसका Depreciation लगेगा !
- शोरूम कीमत जब वह गाड़ी खरीदी गयी थी !
- वाहन में किसी प्रकार की एसेसरीज लगायी हुई है तो उसकी कीमत !
सामान्य भाषा में हम सब प्रतिशत निकलना जानते है यदि आपको प्रतिशत के बारे में नही पता है तो आपको थोड़ी परेशानी हो सकती है आईडीवी की गणना के लिए सबसे आसान फार्मूला नीचे दिया गया हैं ! और साथ ही Depreciation की सारणी क्यों की बहुत से लोगो को सालाना मूल्यह्रास प्रतिशत Depreciation के बारे में पता नही है
= (एक्स शोरूम कीमत) × मूल्यह्रास प्रतिशत (Depreciation %)
100
जो राशी आये उसको एक्स शोरूम कीमत से घटा देवे जो राशी मिलेगी वह आपकी गाड़ी की वर्तमान कीमत होगी !
वाहन की उम्र (Age of Vehicle) |
वाहन के मूल्य में कमी का प्रतिशत (% of Depreciation) |
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6 महीने से कम पुराना वाहन |
5% |
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6 महीने से 1 साल के बीच पुराना वाहन |
15% |
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1 साल से ज्यादा और 2 साल से कम पुराना वाहन |
20% |
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2 साल से अधिक व 3 साल से कम पुराना वाहन |
30% |
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3 साल से अधिक और 4 साल से कम पुराना वाहन |
40% |
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4 साल से अधिक व 5 साल से कम पुराना वाहन |
50% |
5 साल से अधिक पुराने वाहन की आईडीवी इस प्रकार तय होती है?
पुराने वाहन की कीमत उनकी रख रखाव और बॉडी एवं बॉडी पार्ट पर निर्भर करती है अक्सर यह बीमा कंपनी और बीमा ग्राहक के बीच आपसी सहमति के आधार पर तय हो जाती है कुछ कंपनियां IDV तय करने के लिए अपने सर्वेयर भेजती हैं। surveyor का खर्च, बीमा करवाने वाले व्यक्ति को चुकाना पडता है। इसमें गाड़ी में ग्राहक द्वारा लगाये गये सजाने वाले उपकरण एवं अन्य मनोरंजन सहायक उपकरण उन सभी को शामिल किया जाता है और गाड़ी के रजिस्ट्रेशन और बीमा की राशी को नही जोड़ा जाता है
आईडीवी को निर्धारित क्यों किया गया ?
जब वाहन दुर्घटना, आग या चोरी में सम्पूर्ण नष्ट होने पर कितना मुआवजा मिलना चाहिए इसके लिए बीमा कम्पनी द्वारा यह आईडीवी को निर्धारित किया गया जिससे की ग्राहकों को किसी प्रकार से कोई असंतुष्टि न हो और बीमा कंपनी को भी यह निर्धारित हो की कितना मुआवजा देना है
बीमा कंपनी द्वारा बीमा लेते समय ही इसको निर्धारित किया जाता है बीमा क्लेम के निपटारे में मुआवजे के लिए उसी IDV को आधार बनाया जाता है।